सोमवार, 9 जून 2025

अनुसंधान की विधियाँ – केस स्टडी विधि(Case Study Method)

 अनुसंधान की विधियाँ – केस स्टडी विधि(Case Study Method)

1. परिचय:

- केस स्टडी विधि एक गुणात्मक (Qualitative) अनुसंधान विधि है।

- इसमें किसी एक व्यक्ति, समूह, संस्था, समुदाय या घटना का गहराई से अध्ययन किया जाता है।

2. परिभाषाएँ:

- गुड एवं हैट: "केस स्टडी एक ऐसी विधि है जिसके माध्यम से किसी इकाई का संपूर्ण विश्लेषण किया जाता है।"

- कोहेन एवं मानियन: "केस स्टडी विशेष रूप से एक घटना, व्यक्ति या संस्था पर केंद्रित एक गहन अध्ययन है।"

3. उद्देश्य:

- समस्या की प्रकृति को समझना

- व्यवहार या कार्य-प्रणाली के कारणों का विश्लेषण करना

- वास्तविक स्थितियों का गहराई से मूल्यांकन

2: केस स्टडी विधि की विशेषताएँ

1. विशिष्टता: किसी एक ही इकाई पर केंद्रित होता है जैसे – एक विद्यार्थी, एक विद्यालय, एक गांव आदि।

2. गहनता: विषय का पूर्ण एवं सूक्ष्म अध्ययन किया जाता है – सामाजिक, आर्थिक, मनोवैज्ञानिक सभी पहलुओं से।

3. वास्तविकता पर आधारित: अध्ययन वास्तविक परिदृश्य में किया जाता है, न कि प्रयोगशाला में।

4. दीर्घकालिक अध्ययन: केस स्टडी प्रायः लंबे समय तक किया जाता है ताकि परिवर्तन का मूल्यांकन किया जा सके।

5. गुणात्मक एवं मात्रात्मक दोनों: आंकड़ों के साथ-साथ विवरणात्मक जानकारी का भी समावेश होता है।

3: केस स्टडी विधि की प्रक्रिया

1. समस्या का चयन: सबसे पहले शोधकर्ता उपयुक्त केस या समस्या का चयन करता है।

2. उद्देश्य निर्धारण: केस स्टडी से प्राप्त किए जाने वाले उद्देश्यों को स्पष्ट किया जाता है।

3. डेटा संग्रहण: साक्षात्कार, अवलोकन, दस्तावेज, जीवन-वृत्त, प्रश्नावली आदि के माध्यम से जानकारी एकत्र की जाती है।

4. डेटा का विश्लेषण: एकत्रित जानकारी को श्रेणियों में वर्गीकृत कर विश्लेषण किया जाता है।

5. निष्कर्ष व सुझाव: अध्ययन के आधार पर निष्कर्ष निकाले जाते हैं और आवश्यक सुझाव दिए जाते हैं।

4: केस स्टडी विधि के लाभ

1. गहराई से विश्लेषण: समस्या की जड़ों तक पहुँचने में सहायक होती है।

2. नवीन दृष्टिकोण: नए विचार और अवधारणाओं का विकास होता है।

3. शिक्षण और प्रशिक्षण में उपयोगी: शिक्षकों और विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव देता है।

4. लचीलापन: विधि में अनुसंधानकर्ता स्वतंत्र होता है – कोई निश्चित नियम नहीं।

5. सजीव चित्रण: केस स्टडी में व्यक्ति की भावना, प्रेरणा, व्यवहार आदि का चित्रण जीवंत रूप में होता है।

5: सीमाएँ एवं निष्कर्ष

1. सीमाएँ:

- व्यक्तिपरकता

- सामान्यीकरण कठिन

- समय व श्रमसाध्य

2. उपयोग के क्षेत्र: शिक्षा, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, अपराध विज्ञान, चिकित्सा, प्रबंधन आदि।

3. निष्कर्ष: केस स्टडी विधि शोध की एक शक्तिशाली तकनीक है जो किसी घटना या इकाई के संपूर्ण विश्लेषण में सहायक होती है।

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Dr. D R BHATNAGAR 

 

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