प्रभावी प्रस्तुतीकरणEffective Presentation
कक्षा में आप का प्रस्तुतीकरण तभी सफल होगा जब सम्प्रेषण प्रभावी हो। ’’प्रस्तुतीकरण वह प्रक्रिया है। जिसके अन्तर्गत सम्प्रेषणकत्र्ता अपने विचारों, सुचनाओं को वर्णनात्मक, क्रियात्मक व रचनात्मक तरिके ध्से किसी व्यक्ति समुह में सम्प्रेषित करता है।’’
(1) सम्प्रेषण कत्र्ता का पूर्वाभ्यास अभ्यास तथा पूर्व तैयारी।
(2) विषय संबंधि जानकारी
(3) योजना बनाना- विषय-वस्तु (content) को क्रमबद्ध तरिके से प्रस्तुत करना।
(4) दृश्य-श्रव्य साधनों का प्रयोेग
(5) श्याम पट्ट का प्रभावी उपयोग
(6) शिक्षक की विषय में रूचि होना।
(7) शिक्षका का उसक व्यवसाय के प्रति निष्ठा तथा सम्मान होना।
(8) अशाब्दिक सम्प्रेषण का उचित प्रयोग।
(9) विद्याथियो की सहभागिता-सम्प्रेषण द्विधुव्रीय प्रक्रिया होती है।
(10) भाषा का प्रभावी तथा दोष रहित होना।
(11) उच्चारण स्पष्ठ तथा स्वर का कक्षानुकुल तथा स्पष्ठ होना।
(12) बोलने की गति तथा स्वरमान (Pitch) व लहजा (tone) का नियंत्रित होना।
(13) विषय वस्तु का सही संगठन।
(14) कक्षा का वातावरण सुविधायुक्त होना।
(15) पृष्ठपोषण - कक्षा में प्रश्नों द्वारा
(16) आत्मविश्वास।
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