सौरमण्डल (Solar System)
- सौर मण्डल सूर्य तथा उसके चारों और गुरुत्वाकर्षण के कारण भ्रमण करने वाले ग्रह, उपग्रहों आदि को सौरमण्डल कहते हैं।
- सौरमण्डल का मुखिया सूर्य है। यह भी एक तारा है।
- हमारे सौरमण्डल में ग्रहों की संख्या 9 थी। बर्तमान में ग्रहों की संख्या आठ है।
- 24 अगस्त 2006 से नौंवा ग्रह प्लूटो यम/कुवेर को हटाकर बौने ग्रहों की श्रेणी में कर दिया है।
ग्रहों के उपनाम
- बुध - चुम्बकीय क्षेत्र बाला ग्रह
- शुक्र - पृथ्वी की बहिन । सर्वाधिक, चमकीला (सर्वाधिक गर्म)
- पृथ्वी - नीला ग्रह (जल की उपस्थिति के कारण)
- मंगल - लाल ग्रह (आयरन ऑक्साइड के कारण)
- वृहस्पति - पीला ग्रह (SO2 की उपस्थिति के कारण)
- शनि - काला ग्रह (हाइड्रोजन, हीलियम के कारण)
- अरुण - लेटा हुआ ग्रह. (हाइड्रोजन, मीथेन, हीलियम के कारण)
- वरुण - हरा ग्रह (मीथेन गैस की अधिकता के कारण)
1. बुध ग्रह (Mercury)
- सौरमंडल के आठ ग्रहों में सबसे छोटा और सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है।
- इसका परिक्रमण काल लगभग 88 दिन है।
- उपग्रह विहीन ग्रह है।
- चुम्बकीय क्षेत्र बाला ग्रह है।
- सूर्य की परिक्रमा सबसे कम समय मे पूरी करता है।
2. शुक्र (Venus)
- सर्वाधिक चमकीला, गर्म ग्रह, पृथ्वी के समान है।
- उपग्रह विहीन
- भोर, सांझ, पृथ्वी की बहन कहते हैं।
- इस ग्रह पर सूरज पश्चिम में उदय होता है।
3. पृथ्वी (Earth)
- आकार में 5वां सबसे बड़ा ग्रह है और सूर्य से दूरी के क्रम में तीसरा ग्रह है।
- यह सौरमण्डल का एकमात्र ग्रह है, जिस पर जीवन है।
- इसका विषुवतीय / भूमध्यरेखीय व्यास 12,756 किलोमीटर और ध्रुवीय व्यास 12,714 किलोमीटर है।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर 23º 1/2 झुकी हुई है।
- यह अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व 1610 किलोमीटर प्रतिघंटा की चाल से 23 घंटे 56 मिनट और 4 सेकेण्ड में एक चक्कर पूरा करती है। पृथ्वी की इस गति को घूर्णन या दैनिक गति कहते हैं। इस गति से ही दिन व रात होते हैं।
- पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकेण्ड (लगभग 365 दिन व 6 घंटे) का समय लगता है। सूर्य के चातुर्दिक पृथ्वी की इस परिक्रमा को पृथ्वी की वार्षिक गति अथवा परिक्रमण कहते हैं।
- पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगे समय को सौर वर्ष कहा जाता है। प्रत्येक सौर वर्ष, कैलंडर वर्ष से लगभग 6 घंटा बढ़ जाता है। जिसे हर चौथे वर्ष में लीप वर्ष बनाकर समायोजित किया जाता है। लीप वर्ष 366 दिन का होता है। जिसके कारण फ़रवरी माह में 28 दिन के स्थान पर 29 दिन होते हैं।
- पृथ्वी पर ऋतु परिवर्तन, इसकी कक्षा पर झुके होने के कारण तथा सूर्य के सापेक्ष इसकी स्थिति में परिवर्तन यानि वार्षिक गति के कारण होती है। वार्षिक गति के कारण ही पृथ्वी पर दिन–रात छोटा–बड़ा होता है।
- आकार एवं बनावट की दृष्टि से पृथ्वी शुक्र के समान है।
- जल की उपस्थिति तथा अंतरिक्ष से नीला दिखाई देने के कारण इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है।
- पृथ्वी की उत्पत्ति 4.6 अरब वर्ष पूर्व हुई थी. जिसका 70.8 % भाग जलीय ओर 29.2 % भाग स्थलीय है।
- इसका अक्ष इसकी कक्षा के सापेक्ष 66.5º का कोण बनाता है।
- सूर्य के बाद पृथ्वी के सबसे निकट का तारा 'प्रॉक्सीमा सिंटोरी' है, जो अल्फा सिंटोरी समूह का एक तारा है। यह पृथ्वी से 4.22 प्रकाश वर्ष दूर है।
- पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा है।
- यह लाल रंग का ग्रह है।
- इस ग्रह पर पृथ्वी की तरह ही ऋतु परिवर्तन होते हैं।
- इसके उपग्रहों की संख्या 2 है फोबोस, डीमोस
- सौरमण्डल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिपस मेसी तथा सबसे ऊँचा पर्वट निम्स ओलम्पिया इस ग्रह पर स्थित है।
- इसे युद्ध का देवता भी कष्ट है।
5. वृहस्पति (Jupiter)
- सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है।
- सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में 11 वर्ष 315 दिन व एक घंटा का समय लगता है।
- उपग्रहों की संख्या 67 है।
- इसका रंग पीला है।
- इसका उपग्रह ग्यानीमीड सभी उपग्रहों में सबसे बड़ा है।
6. शनि (Saturn)
- यह काले रंग का ग्रह है। इसे लाल दानव ग्रह कहते है।
- आकार में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह इसके चारो ओर वलय है जिनकी संख्या 7 है।
- इसके उपग्रहों की संख्या 62 है।
- शनि का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है। जो बुध के समान है।
- इसे लेटा हुआ ग्रह कहते हैं।
- उपग्रहो की संख्या 27 है।
- यह शुक्र के समान दक्षिणावर्त (पश्चिम से पूर्व) की जोर घूमता है अन्य गृह (पूर्व से पश्चिम) की ओर (वामावर्त) घूमते है।
8. वरुण (Neptune)
- यह हरे रंग का ग्रह है।
- हमारे सौर मण्डल में सूर्य से आठवाँ ग्रह है।
- व्यास के आधार पर यह सौर मण्डल का चौथा बड़ा और द्रव्यमान के आधार पर तीसरा बड़ा ग्रह है।
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Dr. D R BHATNAGAR