ब्रह्माण्ड
- यह COSMOS का पर्याय है। जिसका अर्थ- सुव्यवस्था
- मानव मस्तिष्क में सर्वप्रथम एक क्रमबद्ध इकाई के रूप में जिस विश्व की संकल्पना की गई हम ब्रह्माण्ड कहते है।
- ब्रह्माण्ड के अध्ययन को COSMOLOGY कहा जाता है।
ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति
- सापेक्षता के सिद्धान्त पर रूसी वैज्ञानिक अलैक्जेण्डर फ्रीडमैन ने पहली बार ब्रह्माण्ड का मॉडल प्रस्तुत किया।
- इस मॉडल में फ्रीडमैन ने ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति एक बिन्दु से शुरू होकर उसमे फैलाव जारी रहने तक की कल्पना को एकाकार किया था।
- फ्रीडमैन की इसी अवधारणा को बिग बैंग या महाविस्कोट के नाम से जाना जाता है।
ब्रह्माण्ड के घटकआकाश गंगा
- असंख्य तारों के समूह को आकाश गंगा या गैलेक्सी कहते हैं।
- हमारा सौर तन्त्र जिस आकाशगंगा में स्थित है उसे मंदाकिनी कहते हैं।
- इसकी आकृति सर्पाकार है।
- सर्वप्रथम मंदाकिनी को गैलीलियो ने देखा था। इसमें रात्रि में तारो के समूह की एक दूधिया पट्टी सी दिखाई देती है। जिसे दुग्ध मेखला कहते हैं।
- ओरियन व नेबुला हमारी आकाश गंगा के सबसे निकट व चमकीले तारो का समूह है।
- हमारी आकाश गंगा के निकट एक एण्ड्रोमेडा आकाश गंगा है। जिसे देवयानी जी कहते हैं। नवीनतम ज्ञात मंदाकिनी - डवार्क मंदाकिनी है।
तारे
- प्रकाश उत्पन्न करने वाले खगोलीय पिण्ड को तारा कहते हैं।
- तारो का रंग उनकी आयु का सूचक होता है।
- तारो में सर्वाधिक हाइड्रोजन गैस (70%) पायी जाती है।
- पृथ्वी का सबसे निकटतम तारा सूर्य है।
- सिरियस डॉग स्टार तारा सूर्य के द्रव्यमान से दुगुना तथा 20 गुना चमकीला है।
उल्का/उल्का पिण्ड
- उल्का को सामान्य रूप से टूटता तारा कहते हैं।
- ये सौरमण्ड के तारीय मलवा होते हैं।
- जो 42 Km/s की गति से पृथ्वी के वायु मण्डल में प्रवेश करते है।
- जो पिण्ड होटे छोटे हैं वो भूमण्डलीय वर्षण के कारण मार्ग में जलकर नष्ट हो जाते हैं जिन्हें उल्का कहते हैं।
- जो पिण्ड बड़े होते हैं। जलकर नष्ट नहीं हो पाते पृथ्वी के तल पर आकर गिरते उन्हें उल्का पिण्ड कहते हैं।
क्षुद्र ग्रह
- मंगल व बृहस्पति की कक्षा के बीच स्थित ग्रहो को क्षुद्र ग्रह कहते हैं।
- सर्वाधिक चमकीला व बड़ा- सिस्मि है।
- 4-बेस्टा एक मात्र क्षुद्र ग्रह है जिसे आंखो से देखा जा सकता।
- यह तारा सदैव उत्तर दिशा में चमकता है।
- यह असीमाइनर तारा समूह का सदस्य है।
- ध्रुव तारा की किरणें पृथ्वी उत्तरी ध्रुव पर 90° का कोण बनाती है।
- तारों के समूह को तारामण्डल कहते हैं।
- आधुनिक समय में 88 तारामण्डलों की खोज हुई हैं
- सबसे बड़ा तारा मण्डल है। सेन्टॉरस।
पल्सर